उत्पाद विवरण :-
- प्रकाशक : जगरनॉट (1 मार्च 2017)
- भाषा : अंग्रेज़ी
- पेपरबैक : 216 पेज
- आइटम का वजन : 150 ग्राम
- आयाम : 19.7 x 1.4 x 13.3 सेमी
- सामान्य नाम : किताब
समीक्षा:-
यह युद्धों का एक रिपोर्टर प्रकार का वर्णन है जिसमें लेखक द्वारा कोई व्यक्तिगत राय व्यक्त नहीं की गई है। यदि आप यह जानना चाहते हैं कि सैन्य कर्मियों के दिमाग पर क्या बीतती है और उनके आसपास की परिस्थितियाँ क्या हैं, तो यह एक बेहतरीन लेख है। मंत्रालय में भी उच्च पदों पर बैठे लोगों की परिस्थितियों और मानसिकता की कल्पना करना आसान है - मेघा द्वारा 22 अप्रैल 2017
बहुत जानकारीपूर्ण पुस्तक, उन सभी भारतीयों के लिए जरूरी है जो अपनी सैन्य सेनाओं से प्यार करते हैं। इस किताब से कई अज्ञात तथ्य सामने आए। अच्छी तरह से शोध किया गया और पूर्णता से लिखा गया। --सुदीप मैती द्वारा 27 मार्च 2017 को
बहुत बढ़िया पढ़ा. जानकारीपूर्ण और अत्यंत सुंदर शैली में लिखा गया। यह आपके समय के लायक है और सभी वर्गों को पसंद आएगा - उन लोगों को भी जो युद्धकालीन कहानियाँ पसंद करते हैं और उन्हें भी जो नहीं पसंद करते। युद्धों की दुविधाएँ, कठिन विकल्प - सब कुछ बहुत ही भावपूर्ण ढंग से वर्णित है। --सीमा चिश्ती द्वारा 5 अप्रैल 2017 को
लेखक के बारे में:-
सुशांत सिंह इंडियन एक्सप्रेस में एसोसिएट एडिटर हैं। उन्होंने भारतीय सेना के साथ दो दशकों तक सेवा की, जिसमें जम्मू-कश्मीर में कई कार्यकाल और संयुक्त राष्ट्र में एक सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करना शामिल है।